Historical Places in India in hindi – भारत की सभ्यता व संस्कृति बहुत ही पुरानी है ऐसे में भारत में कहीं महान राजाओं ने जन्म लिया और यहाँ पर शासन किया था। उन सभी राजाओं ने अपना – अपना एक स्थल बनाया था, जिसे आज हम ऐतिहासिक स्थलों के नाम से जानते हैं। इन्ही ऐतिहासिक स्थलों ने आज भारत को ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक महत्व को कई ऊंचाइयां प्रदान की है। जिसके चलते भारत को दुनिया के सामने एक अलग पहचान मिली है।
आज के इस आर्टिकल में हम भारत के कुछ प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थलों के बारे में जानने वाले हैं। आज यदि हम भारत के इतिहास के बारे में पढ़ेंगे तो हम पाएंगे कि भारत की प्राचीन और आश्चर्यजनक शिल्प कौशल से भारत मे कई इमारत, मंदिर, मस्जिद, किले, चर्च और गुरुद्वारे आदि का निर्माण किया गया है। जिन्हें आज हम भारत के ऐतिहासिक स्थलों के नाम से जानते है।
Historical Places in India in hindi
इन सभी ऐतिहासिक स्थलों की बनावट व कला कृति इतनी सुंदर व आकर्षक है, दुनिया से लोग इन्हें देखने के लिए आते है और भारत की संस्कृति के बारे में जानकरी प्राप्त करके जाते है।
दोस्तों “Historical Places in India in hindi” का यह पोस्ट लिखने के पीछे मेरा एक ये भी उद्देश्य है कि, यह पोस्ट आपको किसी प्रतियोगी परीक्षा में भी काम आए। इस पोस्ट में हमने जितने भी ऐतिहासिक स्थलों के बारे में बताया “वे कहां है और कब बनाए गए” के बारे में भी बताया। इन ऐतिहासिक स्थलो की बनावट व शिल्प कला बहुत ही आकर्षक व सुंदर है। तो चलो बिना देरी किये Famous Historical Places in India के बारे में जान लेते है।
Below are 10 monuments of india in hindi
यहाँ हमने आपको भारत के कुछ प्रसिद्ध व अति सुंदर ऐतिहासिक स्थलों के बारे में बताया है, जिनके बारे में जानकर आपको भारत की आधुनिक शिल्प कला के बारे में पता चलेगा। तो चलो बिना देरी किये भारत के Histrocial Places के बारे में जानते है।
1) ताजमहल – The Taj Mahal
ताजमहल शब्द का अर्थ “महल का ताज” होता है। ताजमहल भारत के उत्तरप्रदेश राज्य के आगरा शहर में यमुना नदी के दक्षिण तट पर स्तिथ है। ताजमहल सफेद रंग के संगमरमर से बना हुआ है जिसके कारण इसे संगमरमर का मकबरा भी कहा जाता है।
ताजमहल का निर्माण सन 1632 में शुरू हुआ था जो 22 साल बाद सन 1653 में पूरी तरह बनकर तैयार हो गया था और उस समय ताजमहल का निर्माण करने में लगभग 32 मिलियन रुपयों का खर्चा आया था।
ताजमहल का निर्माण भारत के मुगल सम्राट शाहजहां ने अपनी पसंदीदा पत्नी मुमताज महल की याद में करवाया था।
ताजमहल की कुल ऊंचाई तक़रीबन 73 m है। ताजमहल का वस्तकला भारतिया फ़ारसियो, और इस्लामी शैलियों के मिश्रण से बनाया गया है और इसका निर्माण करते समय पत्थरों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने के लिए लगभग 1500 हाथियों का प्रयोग किया गया था।
2) गोलकोण्डा का किला – Golkonda Fort
गोलकुंडा व गोलकोण्डा भारत के हैदराबाद नामक शहर से लगभग 5 मील पश्चिम में स्थित एक दुर्ग व ध्वस्त नगर है। गोलकोण्डा के किले का निर्माण वारंगल के राजा ने लगभग 14 वी शताब्दी में कराया था उसके पश्चात बहमनी राजाओं ने इस पर कब्जा कर लिया था जिसके बाद इसका नाम मोहम्मद नगर रख दिया गया था।
इसके कुछ समय बाद लगभग सन 1512 ई. में इस पर कुतब शाही के राजाओं ने अधिकार कर लिया था और इसको वर्तमान हैदराबाद के शिलान्यास के समय की राजधानी बना दिया था। गोलकोण्डा का किला ग्रैनाइट की एक पहाड़ी पर स्थित है। इस किले में कुल आठ दरवाजे है और चारों और तीन मील लंबी पत्थरो की मजबूत दीवार है।
3) क़ुतुब मीनार – Qutub Minar
कुतुबमीनार भारत के दक्षिण दिल्ली शहर के महरौली नामक स्थान में स्थित है। कुतुबमीनार की ऊँचाई 72.5 मीटर (237.86 फीट) और इसके तल का व्यास 14.3 मीटर है। इसके शिखर का व्यास 2.75 मीटर (9.02 फीट) है और कुतुबमीनार में कुल 379 सीढियाँ मौजूद हैं।
कुतुबमीनार विश्व की सबसे बडी ईंट से बनी मीनार है और युनेस्को के अनुसार कुतुबमीनार एक विश्व धरोहर है। जिसका निर्माण कार्य दिल्ली के प्रथम मुस्लिम शासक कुतुबुद्दीन ऐबक ने सन 1199 ई. में शुरू करवाया था, लेकिन उस समय केवल इसका आधार ही बन पाया था।
इसके बाद में सन 1368 ई. में फीरोजशाह तुगलक ने कुतुबमीनार की पाँचवीं और अन्तिम मंजिल बनवाई और 1368 में कुतुबमीनार पूरी तरह बनकर तैयार हो गया था।
4) पुराना किला (दिल्ली) – Old Fort
पुराना किला भारत की राजधानी नई दिल्ली में यमुना नदी के किनारे पर स्थित प्राचीन दीना पनाह नगर का ही एक आंतरिक किला है। पुराना किला का निर्माण अफगानी शासक शेर शाह सूरी ने हुमायूं से दिल्ली का शासन छिनने के बाद सन 1538 में शुरू करवाया था और सन 1545 ई. तक ये किला पूरी तरह बनकर तैयार हो गया था।
पुराना किला में कुल तीन बड़े द्वार हैं और इस किले की दीवारें बहुत ही विशाल हैं साथ ही इस किले के अंदर एक मस्जिद भी है। उस मस्जिद के अंदर दो तलीय अष्टभुजी स्तंभ भी है। कुछ इतिहासकारों का कहना है कि दिल्ली के शासक बादशाह हुमायूँ की म्रत्यु इस किले से गिरने की वजह हुई थी।
5) चार मीनार – Charminar
चार मीनार भारत के हैदराबाद राज्य के तेलंगाना नामक शह में स्थित एक स्मारक और मस्जिद है और इस मीनार को विश्व स्तर पर हैदराबाद का प्रतीक भी माना गया है। चार मीनार का अर्थ चार स्तम्भ होता है, ये चार मीनारों से मिल कर बनी हुई है और प्रत्येक मीनार की ऊंचाई 48.7 मी (159.77 फुट) है।
सन 1591 ई. में शहर के अंदर फैली प्लेग नामक बीमारी की समाप्ति हो जाने की खुशी में कुतब शाही साम्राज्य के पाँचवे शासक सुल्तान मुहम्मद कुली कुतब शाह ने सन 1591 ई. में चार मीनार के निर्माण कार्य को शुरू करवाया था। प्रसिद्ध इतिहासकार मसूद हुसैन खान के अनुसार सन 1592 ई. तक चार मीनार पूरी तरह बनकर तैयार हो गया था। चार मीनार का निर्माण इस्लामिक स्थापत्य कला में किया गया है।
6) लाल किला – Red Fort
लाल किला बहुत ही प्रसिद्ध व पुराना किला है जो भारत के दिल्ली नामक शहर में पुरानी दिल्ली के भाग में यमुना नदी के किनारे पर स्थित है। इस किले का निर्माण लाल बलुआ पत्थर से किया गया है और इस किले की दीवारों के रंग लाल है इसी कारण ऐसे लाल किला कहा जाता है। 2007 में युनेस्को ने लाल किले को एक विश्व धरोहर स्थल के रूप में भी चयनित किया था।
लाल किले की लंबाई 900 मीटर और चौड़ाई 550 मीटर है और ये किला 2.41 किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। लाल किले के अंदर जाने के दो मुख्य द्वार है जिनका नाम लाहौर गेट और दिल्ली गेट है। मुगल शासक शाहजहां ने सन 1618 ई. में सबसे पहले लाल किले की नींव रखी थी और 1647 ई. तक लाल किला पूरी तरह बन कर तैयार हो गया था।
7) आगरा का किला – Agra fort
आगरा का किला भारत के उत्तरप्रदेश राज्य के आगरा नामक शहर में स्तिथ है। इस किले से केवल 2.5 किलोमीटर दूर भारत का विश्व प्रसिद्ध स्मारक “ताजमहल” स्तिथ है। इस किले व ताजमहल को मिलाकर आगरा के पास दो विश्व धरोहर है। ये किला भी दिल्ली के लाल किले की तरह लाल बलुआ पत्थरों से बना है जिसके कारण ऐसे आगरा का लाल किला भी कहा जाता है।
आगरा के किले का निर्माण मुगल बादशाह अकबर ने सन 1565 में शुरू करवाया था। इस किले के निर्माण में लगभग 4000 कामगारों ने लगभग 8 साल तक रोजाना काम किये जिसके पश्चात सन 1573 में ये किला पूरी तरह बनकर तैयार हो गया था। लेकिन चौकाने वाली बात ये है कि इस किले के प्रवेश द्वार पर एक तख्ती लगी हुई है जिस पर लिखा है कि “इस किले का निर्माण मूल रूप से 1000 ई. से पहले हुआ था”। आगरा के किले में मुगल शासक बाबर, हुमायुं, अकबर, जहांगीर, शाहजहां और औरंगज़ेब रहते थे।
8) इंडिया गेट – India Gate
इण्डिया गेट भारत की राजधानी नई दिल्ली के राजपथ नामक स्थान पर स्थित है, इसकी ऊंचाई 42 मीटर है। इंडिया गेट का निर्माण लाल बलुआ व ग्रेनाइट के पत्थरों से किया गया है। इंडिया गेट में एक प्रसिद्ध अमर जवान ज्योति भी है, जिसका निर्माण सन 1971 के इंडो पाक युद्ध मे शहीद हुवे सेनिको के लिए बनाया था जो 24 घण्टे जलती रहती है। इस अमर जवान ज्योति को सबसे पहले 1972 में गणतंत्र दिवस के दिन भारत की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने जलाया था।
पेरिस में अर्क डे ट्रिओम्फेसे प्रेरित होकर इंडिया गेट को सर एडविन लुटियन ने डिजाइन किया गया था और फिर सन 1931 में इसका निर्माण किया गया था।
शुरुआत के समय मे इसे ‘अखिल भारतीय युद्ध स्मारक’ नाम दिया गया था लेकिन बाद में इसका नाम बदल कर इंडिया गेट रख दिया गया था। प्रथम विश्व युद्ध और तीसरे एंग्लो –अफगान युद्ध में लगभग 82,000 ब्रिटिश भारतीय सैनिक शाहिद हुवे थे तब उन सेनिको के याद में अंग्रेजों ने इंडिया गेट का निर्माण किया था।
9) मेहरानगढ़ का किला – Mehrangarh Fort
मेहरानगढ़ का किला भारत के राजस्थान राज्य के जोधपुर जिले में बुलन्द की एक 150 मीटर ऊंची पहाड़ी पर स्थित है। इस किले को जोधपुर का क़िला भी कहा जाता है। मेहरानगढ़ का किला भारत के समृद्धशाली अतीत का प्रतीक है। मेहरानगढ़ क़िला पहाड़ी के एक दम ऊपर बना हुआ है जिसके कारण ये भी एक राजस्थान ख़ूबसूरत क़िलों है।
मेहरानगढ़ का किला जिस पहाड़ी पर स्थित है उस पहाड़ी को भोर चिडिया के नाम से जाना जाता है। जोधपुर के शासक राव जोधा ने 12 मई 1459 को मेहरानगढ़ के किले की नीव रखी थी और महाराज जसवंत सिंह (1638-78) के शासन काल मे ये किला पूरी तरह बन कर तैयार हुआ था।
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10) नालंदा के खंडहर
(इस पोस्ट “Historical Places in India in hindi” का सबसे महत्वपूर्ण स्थल ) दोस्तों यह स्थल वास्तु कला का अद्भुत जीता जागता उदाहरण है। यह अपने अंदर में कई गाथाओं को समेटे हुआ है। हालांकि इसे तो नालंदा पर्यटन द्वारा सुरक्षित रखा गया है। किसी समय में यह भारत का गौरव हुआ करता था, लेकिन इसका हालत चीख–चीख कर इस धरती पर मुसलमानों की क्रूरता का वर्णन करती है।
तक्षशिला विश्वविद्यालय के बाद नालंदा विश्वविद्यालय की चर्चा पूरे विश्व में थी, जिसे बख्तियार खिलजी नामक एक क्रूर आक्रमणकारी के द्वारा इसे ध्वस्त कर दिया गया। कहा जाता है कि सालों तक इसमें रखे पुस्तक जलते रहे। इस विश्वविद्यालय में 10,000 छात्रों के लिए 2000 शिक्षक थे।
नालन्दा का खण्डहर बिहार की राजधानी पटना से लगभग 95 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है यह किसी समय भारत और चीन के बीच शिक्षा का एक मात्र महत्वपूर्ण केंद्र था। आपकी जानकारी के लिए बता दूं दोस्तों की यह यूनेस्को विश्व विरासत स्थल में शामिल है।
फतेहपुर सीकरी
आगरा से महज 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित फतेहपुर सीकरी का अपना एक इतिहास है इस शहर को अकबर ने बनवाया था अगर हम मुग़ल कालीन वास्तुकला की बात करे तो फतेहपुर सीकरी इसका एक अनूठा उदहारण होगा इस शहर में बुलंद दरवाजा , दीवान – ए – आम , दीवान – ए – खास, जोधाबाई का महल आदि देखने योग्य स्थल है |
लाल किला
यह वही स्थान है जहाँ हर साल भारत के प्रधानमंत्री 15 अगस्त के दिन भारत की शान तिरंगा को फहराते है जी हां भारत के दिल दिल्ली में स्थित लाल किला का बहुत ही स्वर्णिम इतिहास रहा है , इस ऐतिहासिक विरासत का निर्माण शाहजहाँ ने करवाया था और यह ईमारत भी मुगाकालीन वास्तुकला का एक उत्रष्ट नमूमा है |
रंग महल , खास महल , हीरा महल , शाही बुर्ज जैसे भव्य इमारते इसी लाल किले के प्राचीर में स्थित है , Indian Historical Places in Hindi की लिस्ट में लाल किला अग्रणी है |
हुमांयू का मकबरा
दिल्ली में ही स्थित यह भी एक विरासत है इस मकबरे में हुमांयू और उनके परिवार की कब्रे दफन है यह जाना माना मकबरा दिल्ली में निजामुद्दीन क्षेत्र में स्थित है इस ईमारत को बनाने में लाल बलुआ पत्थरो का प्रयोग किया और इसकी सजावट के लिए संगमरमर का इस्तेमाल किया गया है , हुमांयू के मकबरे के बाहर एक बहुत ही हरा भरा उद्यान है जी की इस ईमारत में चार चाँद लगा देता है |
कमल मन्दिर – लोटस टेम्पल
आप ध्यान देंगे तो Indian Historical Places in Hindi की लिस्ट के बहत सारे स्थल आपको दिल्ली में ही मिल जायेंगे , कमल मंदिर जो की अपने आप में एक अद्भुत प्रकार का मन्दिर है ,नेहरु नगर के पास स्थित है यहाँ किसी भी भगवान् की मूर्ति नहीं है यह मन्दिर दिखने में कमल के फूल जैसा ही है इस भव्य मंदिर का निर्माण बहाई धर्म के प्रमुख बहा उल्लास ने करवाया था यहाँ लोग अपने मन की शांति को पाने के लिए आते है |
इंडिया गेट
नई दिल्ली में बीच स्थित यह गेट शान से कहता है की दोस्तों मै ही हूँ इण्डिया गेट इस बलुआ पत्थरो से बनी ईमारत की ऊंचाई 42 मीटर है , प्रथम विश्व युद्ध में शहीद हुए सैनिको के नाम इण्डिया गेट पर लिखे है , इण्डिया गेट रात में अत्यंत सुन्दर दीखता है , Indian Monuments in Hindi की लिस्ट में इण्डिया गेट भारत को रिप्रेजेंट करता है |
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दोस्तों मैंने आपको historical Places In India दिखाने के साथ–साथ विस्तार में 10 Historical Places के बारे में बताया मुझे उम्मीद है कि यह पोस्ट आपको जरूर अच्छी लगी होगी तो इस जानकारी को प्लीज शेयर करना मत भूलिएगा।
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